Posted By Prince Gautam on 13 Feb 2023
Technologyहैल्लो मेरे प्यारे दोस्तों !
मेरे अनुसार से आपने अभी तक 5G के बारे में भी नहीं सुना होगा, चिंता मत कीजिए जल्द ही हमारे देश में 5G and 6G का इस्तेमाल होने लगेगा दूसरे देशों में तो इसका लोग बड़ी ही चयन अर्थात आनंद से इस्तेमाल कर रहे हैं ।
लेकिन कई बार 5G के आने से पहले ही 6G को लेकर हंगामा होता है । यहां तक कि कई research groups ने कहा है कि यह अगले 10 सालों के अंदर यानी की 2030 के अंदर तक 6G हमारे सामने होगा ।
6G एक wireless technology होगी जो कि 5G के मुकाबले बहुत ही ज्यादा developed होगी मतलब कि जो काम 5G को करने में time लगेगा वही काम 6G बड़े ही आसान तरीके से कर देगी । वैसे तो इंटरनेट की दुनिया में 6G के बारे में ज्यादा information उपलब्ध नहीं है, लेकिन जहां तक हमने इसके बारे में research किया है हमने आपको अपने research के आधार पर information देने की कोशिश की है ।
इसलिए अगर आप technology के विषय में जानकारी प्राप्त करने में दिलचस्पी (interest) रखते हैं तो हुम आशा करते है कि हमारा यह article आपके लिए बहुत ही useful होगा।
तो चलिए दोस्तों हम आपको आगे भी 6G के बारे में ऐसे ही न्यू जानकारी देना चाहते है |
6G का full form 6 generation communication है । इसका अभी तक कोई भी जानकारी उपलब्धि नहीं हुई है, लेकिन जल्दी ही आपके सामने यह उपलब्ध होगा और यह अलग-अलग प्रकार के network को self aggregate करने में सक्षम (capacity ) भी होगा ।
इसका मतलब यह नहीं कि 5G किसी काम का नहीं है । 5G अलग-अलग प्रकार के network को accommodate करने में सक्षम है। लेकिन 6G यह सारे कामों को autonomously कर सकता हे । परंतु तभी जब उसकी आवश्यकता dynamic हो ।
क्या आपको पता है 6G networks में planning को embedded करके network कर देगा |
अर्थात network को यह पता रहेगा कि उसका इस्तेमाल किधर और कहां होना चाहिए। इससे इसकी specific movements को users के द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है ।
खुद के Resource को reconfigure भी कर सकता है अपने जरूरत के हिसाब से, इसे यह भी पता चलता है कि यह अपने आपको evolve भी कर सकता है।
यह सभी features के लिए 6G network को एक autonomous systems बनाना होगा जो कि खुद सीख कर अपने हिसाब से अनुमान लगा कर किसी भी कार्य को करने में सक्षम(capacity) हो। इसमें यह features भी होगा जिसमें यह convincing plan भी develop कर सके और साथ ही कई प्रकार के network के साथ negotiate कर सके ।
यदि देखा जाए तो यह एक बेहतरीन project है। यह एक infrastructure को की self aware बन जाता है यह अपने evolution को plan और foster भी कर सकता है।
6G एक reality बनने वाला है, 2030 तक। जो कि सही समय के अनुसार सभी के सामने आने वाला है और यह Artificial Intelligence और internet of things के साथ मिलकर autonomously काम कर सकता है ।
भले ही आपको थोड़ा अजीब सुनने में लग रहा होगा परंतु एक research groups ने अब 5G को replace करके 6G technology की तैयारी कर रही है जो कि 10 साल के अंदर commercial available होने वाली है, जिसका इस्तेमाल सभी लोग कर सकते हैं ।
2018 में Academy of Finland ने announce किया था की 8 साल की research program को finance करने वाले हैं वो भी centre for wireless communication के patronage में university of Oulu की है ।
यह research पूरी तरीके से development of 6G and conceptulization के ऊपर आधारित है । आपके जानकारी के लिए में बताना चाहते हे कि Oulu एक शहर है जो कि Northern Finland का है, साथ में एक major hub भी है जो 5G के development के लिए है ।
यह program के paper में यह साफ लिखा हुआ है कि आने वाले 10 साल में एक नई mobile generation का निर्माण होगा ऐसे में हम 2030 तक 6G को जरूर देख सकेंगे। साथ हि हमें कुछ और भी नए gadgets भी देखने को मिल सकते हैं ।
खबरो में आया है कि 6G जो कि wireless technology है इसकी शुरुआत भी कर दी गई है। center for converged TeraHertz communication और Sensing का कहना है की वह radio technology के ऊपर अपना investigation कर रहे हैं ताकि 6G को पूर्ण आकार देने में सफल हो सके।
यदि यह project successfull हुआ तब one hindered Gigabyte -per-second की speed हमें 6G technology में देखने को मिलेगा जो कि कम latency के साथ जारी किया जाएगा ।
High frequencies , जिसकी range 100GHz से 1THz तक होती है, उन्हें Terahertz Frequency कहते है ।
ComSenTer के Scientist के अनुसार , terahertz Frequency का उपयोग 100Gbps 6G में होगा । scientist का विचार है कि इसमें दुनिया के बेहतरीन लोगों को एक साथ लाया जाएगा । इस समूह ने ComSenTer को construct किया है , यह एक Semiconductor Research Corporation (SRC) का हिस्सा है ।
Spectrum Comparison के लिए Version की intial 5G millimeter trials तब तक हि काम आता है जब तक Spectrum 39GHz तक नहीं पहुंच जाता।
ComSenTer के director 'Ali Nikenjad' का मानना है की ' उनका यह centre communication और sensing का next- generation lab है ' यही जगह 6g का निर्माण होने वाला है ।
इस रिसर्च के main target यह है की network connection को terahertz range का बनाया जाये , जो बहुत fast और stable हो जिससे data को 400 gigabites per second से fast speed से transfer कर सके ।
यह एक ऐसी technology होगी जो एक साथ ही हजारों wireless connection को maintain कर सकेगी । इसी के साथ में 10 से लेकर 1000 times ज्यादा capacity होगी 5G systems और network के comparison में ।
इसकी वजह से Medical Imaging , argumented reality के साथ साथ Internet Of Things (IOT) के sensing को भी बहुत सारे applications में use किया जायेगा ।
1. Spatial Multiplexing
यह एक बहुत ही important part होने वाला है terahertz wireless का । यह वही हैं जिससे Seperate Data Signals को भेजा जाता है streams में इसमें bandwidth का तुरंत reuse किया जाता है continously ।
2. MIMO Antennas
इसे अब Wi-Fi के 5G trials में use किया जा रहा है । इससे antennas को maximize किया जा सकता है , और यह multipath का advantage लेता है। plus ये effiency को भी increase करता है ।
ऐसे देखा जाये तो terahertz को कम power की आवश्यकता होती है और इसकी capaicity ज्यादा होती है । इसमे problems होगी लेकिन, जितना ज्यादा हम spectrum मे जाएंगे वहा obstructions भी ज्यादा होते है । क्यूंकि weavelength physically छोटे होने लगते है ।
हमें 6G की exploration करनी चाहिए , क्योकि experts के हिसाब से 5G आगे बढ़ने वाले IOT की demand को पूरा नही कर पायेगा । इसलिए 6G का आना बहुत ही महत्वपूर्ण है ।
future मे हमें 6G के सही उपयोग के बारे में जानने को मिलेगा । Research Groups अपने research में पूरी तरह कायम है और बहुत से technologies को जितना हो सके उतना जल्दी हमारे तक लाने में busy है ।
वो दिन दूर नही जब हमें सही sci-fi movies सच प्रतीत होने लगेंगे । यह सिर्फ imagination नहीं बल्कि reality में change हो जायेगी कुछ समय बाद terahertz frequencies communication network का भाग्य पलटने वाला है ।
लोगो की ज़रूरत के हिसाब से जैसे technologies में changes देखने मिल रहे है ऐसे में telecommunication sector मे भी बहुत से new scope available है, और 5G अभी मार्केट मे आ चुका हैं और तो और 6G की भी तैयारी करने लगे है ।
मेरे प्यारे दोस्तों ! हमें उम्मीद है की आपको यह 6G का blog आपको ज़रूर पसंद आया होगा । हमारी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को 6G के topic पे पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे आपको किसी दूसरे sites पर search करने की ज़रूरत न हो । इससे आपके time की बचत होगी plus आपको एक हि website पर सारी जानकारी मिल जायेगी।
अगर आपके दिमाग में इस blog को लेकर कोई भी doubt हो तो आप comment session में comment कर दीजिये आपको आपके प्रश्नों के जवाब जल्द से जल्द मिल जयेंगे।
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Vanshika
It's very interesting topic.. ????
13/02/2023Neha singh
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13/02/2023Kavya
Enjoyed reading this..tnx for posting
13/02/2023Kiran
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13/02/2023
Ajay kumar
Very nice post Thankyou so much..
14/02/2023