Posted By siddhika tiwari on 27 Aug 2022
lifestyleHEALTH CARE (स्वास्थ्य देखभाल):
स्वास्थ्य देखभाल क्या है?
आपको इसकी कुछ जानकारी देना चाहेंगे जो कि आपके जीवन के लिए लाभदायक साबित होगी और सर्वांगीण स्वास्थ्य के बारे में जानकारी होना बहुत आवश्यक है|
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल स्वास्थ्य और कल्याण का एक पूरे समाज का दृष्टिकोण है जो परिवारों, व्यक्तियों की आवश्यकता और प्राथमिकताओं पर आधारित है| स्वास्थ हमारे आपस में संबंधित पहलुओं पर केंद्रित है, मानसिक शारीरिक एवं सामाजिक रूप से अच्छा होना और रोग मुक्त रहना हमारे स्वास्थ्य का प्रमाण है|
स्वास्थ्य का महत्व :
मानव जीवन में स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण स्थान है स्वस्थ मनुष्य सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वाह कुशलतापूर्वक कर सकता हैA हमें अपने जीवन को बिना शारीरिक एवं मानसिक विघ्न के क्रियान्वित रखने के लिए पहला कदम स्वस्थ स्वास्थ्य है|
विशेषताएं :
स्वस्थ व्यक्ति के व्यक्तित्व में समरूपता तथा सामंजस्यता होती है स्वस्थ व्यक्ति रोग से रहित होता है|
स्वस्थ शरीर के लिए क्या करना उचित है?
हम सभी मानते हैं हमारे जीवन में खानपान का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है इसलिए हम सभी को संतुलित आहार लेना चाहिए, दूसरा सुबह जल्दी उठना चाहिए और रात को जल्दी सोना चाहिए या वर्कआउट करना ही चाहिए|
स्वास्थ्य देखभाल के प्रमुख संकेत :
हमारे क्रियान्वित जीवन में अच्छे स्वास्थ्य के लिए संकेत :-
स्वस्थ शरीर, अच्छा रंग, अच्छे बाल, चमकती आंखें,
पर्याप्त भूख, कुशल पाचन शक्ति, स्वस्थ शारीरिक गतिविधियां मानसिक तनाव रहित आदि|
डायबिटीज टिप्स
डायबिटीज के मरीजों के लिए यह बात जानना जरूरी है वरना इन गलतियों से आपको झेलनी पड़ सकती है मुसीबत
इन गलतियों को जानने से पहले हम आपको डायबिटीज का कुछ परिचय देते हैं|
डायबिटीज क्या है ?
जब शरीर के पैंक्रियास में इंसुलिन की मात्रा की कमी हो जाती है,
मतलब कम मात्रा में इंसुलिन पहुंचता है तो खून में ग्लूकोज की मात्रा भी ज्यादा हो जाती है|
डायबिटीज की पहचान:
खून में ग्लूकोज की सामान्य मात्रा 70 से 100 के बीच होती है अगर आप डायबिटीज के बॉर्डर लाइन (प्री-डायबिटीज) पर है आपका ब्लड शुगर लेवल 100 से 125 के बीच होना चाहिए अगर यह स्तर 126 से ऊपर है तो आपको डायबिटीज है|
भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अधिकांश जगह इसके रोगी हैं, अब तक डायबिटीज का कोई खास इलाज नहीं मिल पाया है इसलिए डॉक्टरों ने जीवन शैली में आसानी से अपनाया जा सकने वाले शुगर लेवल नियंत्रित करने के तरीके बताए हैं, फल सबसे स्वस्थ नाश्ता में से एक माना जाता है क्योंकि इनमें कम कैलोरी के साथ विटामिन और फाइबर भरपूर होते हैं लेकिन फिर भी कुछ लोगों के लिए फल नुकसानदायक है|
डायबिटीज के दो प्रकार है:-
· टाइप 1
· टाइप 2
इन दोनों टाइप के डायबिटीज में शुगर लेवल बहुत ज्यादा होता है|
टाइप 1 के मरीजों में शुगर लेवल कम होने लगता है जब उनके ऊपर भी काम नहीं करती है जो कि आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है|
टाइप 2 का डायबिटीज बहुत ही आम है ज्यादातर टाइप 2 डायबिटीज उन लोगों को होता है जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है और जो नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते हैं|
डायबिटीज के मरीजों के लिए महत्वपूर्ण सलाह है कि उन्हें उन फलों का सेवन करना चाहिए, ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जी आई) कम होता है क्योंकि जी आइए दर्शाता है कि शरीर में कार्बोहाइड्रेट युक्त खाना कितनी जल्दी आपके ब्लड शुगर लेवल पर असर डालता है| कुछ ग्लाइसेमिक इंडेक्स युक्त खाना बहुत ही जल्दी आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देता है और अधिक मात्रा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फल खाने पर शरीर तेजी से असर कर रहे कार्बोहाइड्रेट को काउंटर करने के लिए और इंसुलिन बनाने लगता है जिसमें हर 2 से 3 घंटे में भूख लगने लगती है डायबिटीज के मरीजों के लिए यह खतरनाक हो सकता है क्योंकि शरीर की ब्लड शुगर कंट्रोल करने की क्षमता या तो कम होती है या ना के बराबर होती है उस जीआई फल केले, संतरे, नाशपाती, अंगूर, आम, किसमिस, खजूर आदि| जबकि कम जी आई वाले फलों में जामुन, कीवी, आलू बुखारा, अंगूर आदि शामिल है| डायबिटीज के मरीजों को कम जीआई वाले फलों का सेवन करना चाहिए और संतुलित आहार भी अच्छे से लेना चाहिए जैसे अनाज, फल, सब्जियां, बींस और दाल को खाने में शामिल करना चाहिए|
अंश सिंह
बहुत बढ़िया हेल्थ सुगर से संबंधित जानकारी मिली बहुत बहुत धन्यवाद
27/08/2022