Posted By Aman Chaurasia on 01 Dec 2022
Technologyअब मैसेज करने के लिए ग्राहक की मंजूरी लेनी होगी। ग्राहक की मर्जी के समय और मर्जी के दिन ही मैसेज भेजे पाएंगे। मैसेज भेजने का फॉर्मेट भी साथ ही तय हुआ है। 2.5 लाख एंटीटीज ने अबतक डीएलटी के लिए रजिस्ट्रेशन कर दिया है। अब जल्द ही फेक एसएमएस और कॉल से छुटकारा यूजर्स को मिलेगा। ट्राई ने कहा कि यूसीसी या फेक संचार लोगो के लिए एक प्रमुख कारण है और लोगो की प्राइवेसी पर दखल देता है। यूटीएम के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है, जहा कई तरह के यूसीसी एसएमएस को बढ़ावा दिया गया है।
ग्राहकों से लेनी होगी अनुमति मैसेज कॉल के लिए
ट्राई ने टेलीकॉम कमर्शियल कम्युनिकेशन कस्टमर प्रेफरेंस रेगुलेशंस – 2018 भी जारी किया है फेक कॉल और एसएमएस के खतरे को रोकने हेतु। यह रेगुलेशन सभी टेली मार्केटर्स व प्रमोटर्स को डीएलटी प्लेटफार्म पर रजिस्ट्रेशन करने और उनकी पसंद के दिन और समय पर ही अलग – अलग प्रकार के प्रचार मैसेजेस प्राप्त करने हेतु ग्राहक से सहमती लेने के लिए अनिवार्य करता है।
कमेटी की हुई थी बैठक
ग्राहकों के लिए ट्राई आवश्यक कदम उठा था है। जिसमें यूसीसी डिटेक्ट सिस्टम का कार्यान्वयन, डिजिटल सहमती अधिरहण का प्रावधान, हेडर और टेम्पलेट की इंटेलिजेंट स्क्रबिंग, एआई (A.I.) और एमएल (M.L.) इत्यादि का उपयोग शामिल है। ट्राई द्वारा एक रेगुलेटर्स की ज्वाइंट कमिटी बनाई गई है, जिसमें सेबी, आरबीआई, उपभोक्ता मामले विभाग के प्रतिनिधि शामिल है। बता दे की कमिटी की बैठक नवंबर 10 को हुई थी, जिसमें गृह मंत्रालय और दूरसंचार विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।