Posted By Aman Chaurasia on 05 Dec 2022
Technologyएक नया कमर्शियल मैलवेयर आया है, जिसका नाम हेलिकोनिया है, इस मैलवेयर ने लोगो को परेशान करके रख दिया है, इसको फायरफॉक्स, गूगल क्रोम, और माइक्रोसॉफ्ट डिफेंडर सिक्योरिटी प्रोग्राम के अनेक ब्राउजरों को प्रभावित किया है।
अगर आप लैपटॉप, पीसी या स्मार्टफोन जैसे डिवाइसेज का ज्यादा इस्तेमाल करते है तो आपको चौकन्ने रहने की जरूरत है। गूगल के थ्रेड एनालिसिस के ग्रुप ने इस बात की जानकारी दी है, रिसर्च टीम का कहना है की उन्होंने क्रोम यूजर्स द्वारा एक बग रिपोर्ट सबमिशन को देखा जिसको अज्ञात रूप से सबमिट किया है, जिनके कोड नेम 'Heliconia Noise', 'Heliconia Soft' और 'Files' थे।
पता चला नए मैलवेयर के बारे में
गूगल के थ्रैट एनालिसिस ग्रुप का कहना है की फायरफॉक्स ब्राउजर और सॉयवेयर क्रोम के फ्लॉज का लाभ लेने के लिए तैयार किया गया है, विंडोज डिफेंडर पर भी स्पाइवेयर को प्रभाव डालते देखा गया है, जो की माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के साथ प्रीइंस्टॉल्ड आता है, एक यूजर्स के शिकायत करने के बाद टीम रिसर्च में लग गई और इस मैलवेयर के बारे में पता लगाया
ऐप्स को रखे अपडेटेड
थ्रैट एनालिसिस ग्रुप ने दावा किया है की 2021 और 2022 में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट ने वीक प्वाइंट को ठीक करने का दावा किया था, अटैक्स से बचने के लिए थ्रैट एनालिसिस ग्रुप ने यूजर्स से अपने ब्राउजर ऐप्स व सॉफ्टवेयर को अपडेट करने की सलाह दी है, उन्होंने सुरक्षित रखने के लिए गूगल सेफ ब्राउजिंग सर्विस की शुरुआत की है, जो हेलिकोनिया मैलवेयर से बचने में मदद करेगा।