Posted By Prince Gautam on 05 Jan 2023
Technologyदोस्तों नेटवर्क का नाम तो आपने सुना ही होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर नेटवर्क क्या होता है और अगर नेटवर्क के टाइप्स की बात करें तो आज हम इनके टाइप्स के बारे में भी जानेंगे |
दोस्तों अगर हम आपसे कई साल पहले की बात करें तो जब भी दो लोग या दो से ज्यादा लोग भी अगर आपस में बात करते तो इससे एक दूसरे के बात करने के तरीकों से बात करने का यह मकसद था की इंफॉर्मेशन शेयर करना (एक जगह से दूसरे जगह पर अपनी बातचीत को शेयर करना सन्देश के माध्यम से यानी कि एक जगह से दूसरी जगह पर कुछ भेजना) लेकिन तब के टाइम में ये सब काम इतना सरल नहीं था, क्यूंकि ऐसे तो कई साल लग जाते थे ऐसे एक दूसरे को information भेजने में | इस तरीके से information को भेजना मतलब इससे आप अंदाज़ा लगा ही चुके होंगे की कितना समय लगता होगा और एक जगह से दूसरी जगह जाने में भी कितना समय लगता होगा | और इससे लोगो को थकान भी हो जाती होगी और कभी कभी तो इतनी ज्यादा problem का सामना करने पे information टाइम से पहुच ही नहीं पाता |
information का मतलब जरूरी नहीं की कोई बात चीज ही हो इसका मतलब कोई भी text message, Image, files, audio और video) भी होता है |
दोस्तों ये तो हो गयी आज से कई साल पहले की बात तो इसी प्रकार से अब जो network है उसमे क्या update आया है चलिए अब वो हम जानेंगे तो start करते है -
जब दो या दो से ज्यादा computer आपस में जुड़े हो किसी network के माध्यम से तो इसे ही हम network कहते है |
जैसे की - अपने data को शेयर करने के लिए आप उनके Wire या फिर Wirless में जोड़ सकते है इससे आप जिसको भी अपना data शेयर करेंगे उसे शेयर करना आसान हो जायेगा |
दोस्तों Wire Medium की अगर हम बात करे तो जैसे की Coaxial cable , Twisted pair cable और Fiber optics cable इनमे से कुछ भी हो सकता है |
Wireless Medium की अगर हम बात करे तो जैसे की Radio Wave, Satellite, Infrared और Bluetooth इनमे से एक हो सकता है |
दोस्तों हम आपको बता दे की नेटवर्क Internet का सबसे अच्छा उदाहरण है, because इन्टरनेट से बहुत से लोग सब एक दूसरे से जुड़े होते है और अपने data को शेयर भी करते है|
networking device की अगर हम बात करे तो जैसे Router क्या होता है ?
Switch, Hub, Modern ये सभी एक network में के प्रयोग में काम आते है |
क्या आप जानते है की network से जुड़े जितने भी computer होते है उन सब computer को Node बोलते है |
आज हम जिस नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं उसका आविष्कार तो कई साल पहले ही 1960 से 1970 में हो गया था। इस network का नाम है ARPANET जिसे हम Advance Research Project Agency Network भी बोलते हैं। शुरुआत में इसका intension था terminals और remote job entry station को mainframe के साथ जोड़ना।
लेकिन में उस वक्त Resource sharing का concept डालने के लिए मौलिक उपादान(basic material )था।
ARPANET उस युग में काफी इस्तेमाल किया जाता था क्योंकि यह Packet Switching technology का इस्तेमाल करता था circuit Switching के बजाय , ARPANET अमेरिका के defence कामों में भी इस्तेमाल किया जाता था । जिससे गोपनीय(secret) खत को भेजा जा सके.इसके अलावा US के अलग-अलग university को भी जोड़े रखने में काम आता है।
यहां तक की US के Industrialist (उद्योगपति) इसका इस्तेमाल करते थे।
धीरे-धीरे इसका चयन और बढ़ने लगा और आज सारी दुनिया का यह सबसे बड़ा Network बन चुका है । जिसे आज हम internet बोलते हैं ।
अगर आप network का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसमें सारे devices आपस में connected रहते हैं इस्मे data की भी facilities होती है । जो अलग-अलग computer से होते हुए गुजरता है । दो Network को connected रखने के लिए और computer को lan से जुड़े रखने के लिए । इन सब के लिए हमें कुछ ना कुछ Network devices की जरूरत पड़ती है ।
जैसे कि -
HUB,Repeater,Switch,Router,Modern,Bridge.
चलिए अब इनके बारे में विस्तार में जानते हैं ।
i) HUB :
यह एक Basic Networking Devices है । यह device physical layer मे काम करती है । यह सभी networking devices को physically जोड़ता है.देखा जाय तो जिस network में twisted pair केबल का इस्तेमाल होता है वहां यह device use किया जाता है.जब switch data packet को Receive कर लेता है ।तब उसे correct करके उसका Address का पता लगाता है। और इस device करने का काम packet forward करती है । इसलिए switch cam (content Addressable Memory) time को बनाए रखें रहता है । जिसमें device का Address होता है ।
ii) MODEM :
आजकल की modern Technology में Moderm का इस्तेमाल बहुत ही common हो चुका है ।जब भी कोई व्यक्ति internet का उपयोग करता है । उसी वक्त data बाहर के दुनिया से हमारे computer को connect करता है ।
हमारा computer digital data को ही समझता है जैसे की Binary0 और 1और cable मे data Analog signal के form में जाता है ।
Modulator and demodulator से ही बना है ।
iii) ROUTER :
इसके नाम से ही आपके दिमाग में कुछ images या imformation आ गए होंगे Router से संबंधित। दो नेटवर्क के बीच में राउटर और ट्रैफिक को संतुलित (control)करना ही इस device का काम है.दो network को आपस में wire या फिर wireless medium से जुड़े रखता है।
iv) BRIDGE :
जैसे कि Router दो network को connect करता है वैसे ही Bridge दो sub network(a part of a larger network such as the internet) को connect करता है।
v) REPEATER :
यहां एक electronic device है जो कि. Signal strength ( is the magnitude of an electric field at a reference point) बढ़ाने में मदद करता है। यह signal lost होने से भी बचाता है।हर cabelका data transmission distance मे limitation होता है ।
वैसे तो कई प्रकार के computer network आज के जमाने में उपलब्ध है। इनके size और कितने computer एक ही network में connect हो सकते हैं। इसके हिसाब से parts किया गया है।एक network छोटे से कमरे में एक ही computer में दुनिया से connect हो सकता है।
देखा जाए तो इसके तीन प्रकार के network होते हैं LAN,MAN and WAN.इनके अलावा भी दो और प्रकार है PAN,HAN ।
i) PAN :
PAN को personal Area Network भी कहा जाता है। यह एक छोटा सा network है जिससे व्यक्ति छोटे से छोटे कमरे में इसका लाभ(features) उठा सकता है । यह telephone, vedios game और भी कई devices से जुड़े रह सकता है।
ii) HAN :
एक ही कमरे में या Residence में कुछ लोग एक ही network इस्तेमाल करते हैं तो उसे हम Home Area Network बोलते हैं.इसका दूसरा नाम HAN है । इसमें आमतौर पर wire से internet connection की Facilities होती है ।
For example :photo upload या download भी कर सकते हैं.
iii) LAN :
यह नेटवर्क आपको हर जगह मिलेगी जैसे कि office, college, school,Business organization, resources sharing, data storage,document printingयह सभी चीजों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। LAN मैं 1000 computer को जोड़े रखने की क्षमता होती है। ज्यादातर LAN wire connection में इस्तेमाल किया जाता हैलेकिन अब इसकालेकिन अब इसका इस्तेमाल wireless connection के रूप में किया जाता है।
For example :इसकी ownership private है.आसानी से इस network को बनाया जा सकता है।
iv) MAN :
MAN को metropolitan Area Network भी कहा जाता यह। यह पूरे network को शहर से जोड़ने की क्षमता रखता है। शहर में जितने भी छोटे बड़े college, schools ,government office सभी को MAN जोड़े रखता है। Network LAN से भी बड़ा Network MAN है।MAN 10km से 100km तक cover कर लेता है।
For example: इस network की owerneship public या private होती है, इस network को install करने में ज्यादा खर्चा आता है।
v) WAN :
LAN और MAN के बाद जो network आता है वही network है wide area network इसे WAN भी कहा जाता है। वैसे तो यह दुनिया का सबसे बड़ा network है जो पूरे दुनिया के computer को connect करके रखता है ।wide of network को LANS of LAN भी बोला जाता है।
इस network की खास बात यह है कि यह data rate कम है लेकिन ज्यादा distance cover करता है ।
for example :military network,Banking network , Airline Reservation Network etc ।
यह network geographical areas जैसे दो country आपस में connect हो सकते हैं,यह network को install और maintenance करना difficult हो जाता है ।
चलिए आपको अब हम computer network के इस्तेमाल के बारे में विस्तार में बताते हैं।
i) network की सहायता से एक कंप्यूटर दूसरे कंप्यूटर से बड़ी आसानी पूर्वक डाटा का लेन-देन कर सकता है।
ii) network के use से communication करना बहुत ही आसान हो गया है। यदि हमें किसी से बात करनी हो तो हम बैठे-बैठे उनसे बात कर सकते हैं हमें ऐसा लगेगा ही नहीं कि वह हमारे पास नहीं है।
iii) network की सहायता से हम डेटा के साथ साथ network की सहायता से हम डेटा के साथ-साथ document को भी शेयर कर सकते हैं।
iv) network का उपयोग किसी भी software को share करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
दो या दो से अधिक जुड़े हुए computer या कोई अन्य devices का इस्तेमाल किया जा रहा हो और उन्हें जोड़ने वाली व्यवस्था को computer network कहते हैं।
Network का मुख्य उद्देश्य है कि वह devives को आपस में connected रख सके और information share कर सके। अगर दो या दो से अधिक computer आपस में connected है तो उसे हम network कहते हैं।