Posted By Prince Gautam on 09 Jan 2023
Technologyजब भी आप किसी computer या laptop को खरीदने जाते हैं । तब आप यह जरुर सोचते होंगे कि उसका Processor कैसा होगा .एक computer अपने processor के बिना अधूरा है । लेकिन कुछ computer या laptop की Processor कि efficiency बहुत कम होती है या कुछ-कुछ की ज्यादा होती है. लेकिन सब computer को processor की आवश्यकता पड़ती है। इस processor के कई नाम है जैसे कि CPU, central processor और microprocessor CPU और इन सभी का full form central processing unit है.short मैं कहा जाए तो computer सारे गतिविधियों पर नजर रखता है ।
For example Hardware और software से information पता लगाना उसे handle करना आदि काम करता है ।
क्या आप जानते हैं कि अकेले processor कितने काम करता है अगर नहीं ,तो चलिए आपको इस article के द्वारा हम आपको इसके बारे में सारी information देंगे ।
Processor जिसे computer का main part भी कहा जाता है अर्थात computer का head । ऐसा इसे इसलिए कहा जाता है क्योंकि computer के अंदर processor जिस भी गतिविधियों पर नजर रखता है उसके information इसके पास collect हो जाती है । short में कहे तो यह सारी चीजों को control कर सकता है यहां तक कि यह trillions of calculation भी कर सकता है ।
यह software और hardware के बीच में interpretation को समझकर यह उसके Processor का हमें output देता है । यह सारी devives के अंदर उपलब्ध होता है for example mobile,tablet,personal computer, laptop. इसे CPU के नाम से भी जाना जाता है ।
यदि इसे ज्यादा देर चला गया तो यह थोड़ा गर्म भी हो जाता है .इसी कारण से heat sink को और fan को laptop या computer के ऊपर लगाया जाता है । यह बहुत से प्रकार के आते हैं जैसे कि internal processor i3 i5 and E7 ।
दुनिया में सबसे पहले पहला single-chip microprocessor ने ही design किया था सन 1971 कहा । इस internal को तीन Engineers Federico Faggin, Ted Hoff और stan Mazo ने invent किया था । ये चिप जिसका नाम था Intel 4004 microprocessor इस चिप को ऐसे design किया गया था जैसे कि सारे processing function ।
For example : CPU ,Memory और Input and output control को रखा जाए ।
धीरे-धीरे नई technology आने के कारण computer के कई parts में बदलाव देखने को मिले हैं । इनमें काम करने की क्षमता और भी बढ़ गई है और इनका size भी छोटा कर दिया गया है । आज के दौर में सबसे बड़ा बड़ा बादशाह intel ,processor को कहा जाता है ।
Normally CPU 3 basic काम करता है । सबसे पहले ये imformation लेता है । दूसरा यह कुछ operation करता है । तीसरा calculation के बाद result देता है । लेकिन इन तीनो process को करने के लिए इसे थोड़े Key components का यूज करने कि आवश्यकता पढ़ती है ।
ALU (Arithmetic and logic unit) binary में subtraction और addition करते है । इसके साथ ही वह कुछ logic operation भी करते रहते हैं । जैसे AND, NOT and OR ,CPU की मदद के लिए।
Control circuit data traffic को CPU से slower Input/output devices के तरफ direct करते हैं। जिससे ट्रैफिक का आदान और प्रदान ( give and take) हो सके ।
पिछले कुछ सालों में CPU के कई प्रकार का आविष्कार हो गया है ।
जैसे- जैसे समय बीता जा रहा है । वैसे- वैसे लोगों की जरूरत भी बढ़ती जा रही है। उसके अनुसार ही नए CPU को design किया जाता है ।पहले processor को पहचानने के लिए नंबर इसतेमाल किए जाते थे ।
For example: Intel 80486(486)processor बहुत ही ज्यादा तेज है 80386 Processor के मुकाबले । जबसे Intel ने pentium Processor का आविष्कार किया है. तब से processor के
नाम कुछ इस प्रकार से है ।
जैसे : Athlon, Dusron, Pentium और celeron
और अगर बात की जाए आज के छोटे devices जैसे की smartphone ,tablets तो वह भी ARM processor का इस्तेमाल करते हैं । यह processor size में बहुत ही छोटे होते हैं । इनमें कम power की जरूरत होती है परंतु यह heat भी बहुत पैदा करते हैं ।
इस clock speed को clock rate और processor speed भी कहा जाता है । clock speed ऐसे speed को बोला जाता है जिस speed से microprocessor प्रत्येक intrustion को execute करती है या फिर clock का each वाइब्रेशन । क्योंकि ;clock को एक fixed number of clock ticks या cycles की जरूरत पड़ती है प्रत्येक instruction को execute करने के लिए ।
इसलिए जितना तेज आपका CPU होगा उतना जल्दी ही आपका processor को execute कर सकता है ।
Clock speed को MHz मे मापा जाता है , 1 MHz का मतलब है की 1 million cycle per second या फिर GHz, 1GHz का मतलब है कि 1 thousand million cycle per second ।
सरल भाषा में कहा जाए तो जितना अच्छा आपका CPU होगा उतनी अच्छी तरीके से आपका computer work करेगा ।
Another components for example: hard ware, RAM, motherboard and number of processor cores इन सब के ऊपर भी इसकी speed depend करती है ।
CPU का speed इससे पता चलता है कि वह कितने calculation 1 सेकंड में कर सकता है.जितने ज्यादा calculation होगी उतनी ज्यादा स्पीड होती है ।जिससे आपका computer और भी speed में run करता है ।
Market मैं अलग-अलग Brand के computer processor available है जैसे कि imtel और AMD ,लेकिन वह सभी parts CPU का पालन करते हैं । जिससे यह पता चलता है कि कौन सा processor कितनी speed में run करेगा ।
Processor में उनके capacity के अनुसार उनमें अलग-अलग तरह के core होते हैं। एक आसान processor में single core होता है यानी कि वह single CPU होता है। वही dual core processor में दो समान Frequency वाले 2 Processor circuit होते हैं ।
यह single core processor circuit की तुलना में double speed से काम करते हैं वह भी बड़ी सरलता पूर्वक ।देखा जाए तो आज के समय में कई प्रकार के core के processor उपलब्ध है ।
जैसे कि:
Dual core में 2 core
Quad core में 4 core
Hexo core में 6 core
Octa core में 8 core
Deca core में 10 core
जिस processor में जितने ज्यादा core होंगे वह उतना ही सफलता पूर्ण multitasking काम कर सकता है ।
Processor का design आमतौर पर complex होता है , और यह company दूसरे company से बहुत vary करते हैं यहां यहां तक कि इनकी Model दूसरे से काफी अलग होती है । अभी Market में दो company जैसे intel और AMD के processor काफी demand में है । यह दो company हमेशा कोशिश करते हैं कैसे processor की performance को बहुत ही बेहतरीन बनाया जाए, कम जगह और energy इस्तेमाल करें । लेकिन इसके बावजूद भी processor को चार processor से गुजरना पड़ता है । तब जाकर वह instruction को process कर सकता है. यह चार process है ।
fetch,decode,execute और write-back. तो चलिए सबसे पहले fetch के बारे में जानते हैं।
i) FETCH
फेच अर्थ है किसी चीज को लाना यह processor core instructions को retrieve करता है जो की waiting में रहते है किसी memory में।
पर आज के modern processor में instruction पहले से wait करते हैं। Process में एक area होता है जिसे program counter कहा जाता है यह एक book mark की तरह काम करता है ।
ii) DECODE
एक instruction में processor core के कई area होते हैं जैसे Arithmetic और जिन्हें processor core को पहचानना पड़ता है । सभी parts मे एक part को opcode कहते हैं जो processor को बताता है कि क्या करना है उस instruction को इस्तेमाल करके । एक बार जब processor को पता चल जाता है कि उस instruction से क्या करना है तब वह सारे काम आसानी पूर्वक करता है।
iii) EXECUTE
इस step में processor को पता होता है कि उसे क्या करना है और वह अपना काम करता है । यह इस बात पर निर्भर करता है कि इसमें processor core का कौन सा area इस्तेमाल में आता है इसमें क्या information डाला जाता है ।
For example किसी Arithmetic operation करने के लिए ALU का इस्तेमाल करता है।
iv) WRITEBACK
इसे आकिर रटेप भी कहा जाता है । जैसा इसका नाम है वैसा ही इसका काम है । जो कि आकिर में पहले किये गए तीनों कार्यों का result को memory में प्लान करता है । यह पता करना कि आखिर में output गया कहां । यह depend करता है उस समय कौन सी application work हो रही थी । यह पूरे process को Instruction Cycle कहा जाता है।
जैसे-जैसे हम तरक्की कर रहे हैं वैसे वैसे हमारे पास और भी new Processor आ रहे हैं जो कि बहुत ही speed में और powerfull है । हमारे CPU को कुछ इस तरह से बनाया गया है कि बहुत से कार्य को divide कर देता है । ताकि इसे जल्दी से जल्दी process कर सके ।
जैसे जैसे हमारा देश प्रगति की ओर बढ़ रहा है वैसे-वैसे और भी बेहतरीन processor आपको देखने को मिलेंगे क्योंकि आजकल सभी processor की कंपनी इसी बात में ज्यादा ध्यान देती है कि यह processor कैसे काम करें समय पर design कर सके जिससे कि कम space और कम शक्ति में भी operate किया जाए । इसके और भी ज्यादा से ज्यादा efficient हो अगर हम पहले जमाने के processor को आज की design से compare करें तो हम काफी हद तक आगे बड़ जुके है ।