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Computer: क्या आप WiFi के इतिहास के बारे में जानते है ? in hindi

Posted By Prince Gautam on 19 Jan 2023

Technology
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WiFi क्या है?

देखा जाए तो internet को आए हुए कई साल गुजर चुके हैं .लेकिन क्या आपको पता है  पहले internet connection  लेना कितना मुश्किल होता था | Internet  का जन्म Network  से ही हुआ है पहले जमाने में यदि किसी को भी कोई भी संदेशा भेजना हो तो  cable   ही एक मात्र   जरिया था भेजने के लिए | Cable  से internet connection  को लिया जाता था |
फिर जैसे-जैसे साल गुजरते गए तभी एक computer scientist  ने अपनी मेहनत से wireless technology का आविष्कार कर दिया जिसका नाम है 'WiFi' | 

इस टेक्नोलॉजी से आज पूरी दुनिया अपना काम कर सकती है बिना किसी परेशानी के और आज के दौर में वाई फाईऔर आज के दौर में वाईफाई हमारी जिंदगी का सबसे बड़ा काम करने का हिस्सा बन चुका है|

WiFi का पूरा नाम wireless Fidelity है|  यह आज काफी पसंद किया जाने वाला wireless Networking Technology है|  एक ऐसे technology  जिसके जरिए  आज हम कोई भी internet और network connection  का उपयोग कर सकते हैं| आपको  हम  और सरल भाषा में समझाने का प्रयास करेंगे यह ऐसी technology  है. जिसके जरिए आज हम smartphone , laptop, computer  चाहे कोई भी device क्यों ना हो हम उसके बिना तार के इंटरनेट की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं|

आजकल हर कोई WiFi के जरिए ही अपना internet access  करते हैं और इसके साथ-साथ wireless Data Transmit  भी करते हैं| wireless और HiFi शब्द से उभर कर ही WiFi नाम आया है|

 


WiFi Standard (मानक)क्या है ?

  • IEEE 802.11a:- साल 1999 मे IEEE द्वारा बनाया गया था जो कि 5 GHz पर Mbps गति से 115 Feet  तक काम करता है | 
  • IEEE 802.11b:- इसका उपयोग 1999 में घरेलू  के लिए बनाया गया था.जो की 5GHz पर Mbps गति से 115 Feet तक काम करता है | 
  • IEEE 802.11g:- साल 2003 में 802.11a and 802.11b को मिलाकर बनाया गया था | जो 2.4 GHz पर 54 Mbps गति से 125 Feet तक काम करता है|
  • IEEE 802.11n:- यह साल 2009 में 2.4 GHz and 5GHz दोनों अवतरी राउटर( Dual Band Router) पर काम करने के लिए बनाया गया था .इसका data  भेजने की speed  54 Mbps  और 230 Feet  तक काम कर सकता है| 

IEEE 802.11ac:- यह साल 2009 में बनाया गया था. जो कि 5 GHz पर 1.3 Gbps की speed  से 115 फीट तक काम करता था| 

WiFi एक standard है | जिस standard  को हम follow  करके computer  को  wireless  तरीके से network से connected  करने के लिए| अभी के समय में जितने भी device  है जैसे कि smartphone, laptop, printer and computer  इन सभी devices में wifi  चिप(chip) रहता ही है|  जिसके जरिए कोई भी व्यक्ति किसी भी जगह से wireless router  से connect करता है और internet का उपयोग कर सकता है|

परंतु router को भी internet  से connect  रहने के लिए DSL और cable modem का इस्तेमाल करना पड़ता है वरना internet Access  नहीं हो पाएगा | WiFi  को वैसे ही Hi Fi  से मिलता-जुलता है जिसका full form  है High-Fidelity | WiFi का full form  wireless Fidelity  नहीं है बस यह एक नाम है | WiFi का आविष्कार Alliance  के द्वारा किया गया था. इसको WLAN  नाम से भी जाना जाता है|


WiFi का Meaning

WiFi को वायरलेस फिडिलिटी (wireless  Fidelity) कहा जाता है हिंदी मे |


WiFi का invention किसने किया था?

साल 1991 मे John O' Sullivan और John Deane ने WiFi का invention किया था |


WiFi का इतिहास 

WiFi का जन्म सन 1995 को हुआ था | United state FCC मैं जब यह एलेन (Alliance) की wireless Frequency 900 MHZ, 2.4 Ghz और 5.8 Ghz को  कोई भी बिना license के इस्तेमाल कर सकता था | तभी से इसकी history की शुरुआत हो गई थी |

आप में से बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि इस brand  का उपयोग सिर्फ घरेलू कामों के लिए किया जाता था ,जैसे कि microwave | लोगों को लगने लगा कि इसका इस्तेमाल कोई भी |

communication  में नहीं हो सकता |  इसलिए इस brand  का उपयोग लायक बनाने के लिए FCC  ने इसका उपयोग अनिवार्य कर दिया जिसका नाम रखा गया speard spectrum technology|

Speard spectrum technology  का license 1941 को लिया गया था | license को George Antheil and Actor Hedy Lamarr  ने लिया था|

 यह एक ऐसी technology थी जिसकी माध्यम से single को Multiple frequencies  के साथ भेजा जा सकता था| धीरे-धीरे यह technology  के बाद wireless singals  में काफी बदलाव  नजर आने लगा|

यह टेक्नोलॉजी इंटरफ्रेंस प्रॉब्लम को सॉल्व करने में असमर्थ (not possible)  थी| क्योंकि उस समय के मोबाइल में पहले से ही रेडियो इंस्टॉल हुआ करता था जिसकी वजह से signal की quality  में काफी असर पड़ता था |

1988 में तत्कालीन  NCR corporation  को एक  wireless cash Register की आवश्यकता थी |

 इसलिए उन्होंने victor Hayes  और Bruce Tuch  के साथ उन्होंने Institute को एक standard बनाने की विनती की थी | 1997 में standard तैयार हो चुका था और जिसका नाम था "802.11" |  इसे 1997 में publish  किया गया था |

उस वक्त 80 2.11 standard  में Data  transfer  की speed  तकरीबन 2 megabite per second  थी | यह काफी महंगा था इसलिए इसका अगला version  प्रकाशित हुआ जिसका नाम 802.11b था |  यह network बहुत ही सस्ता और इसकी range भी बहुत अच्छी थी यहां से ही WiFi technology की शुरुआत हो गई थी |

802.11b बहुत ही कम समय में पसंदीदा network  बनने लगा जिसके कारण wireless technology में बाढ़ आ गई थी| इसके Hardware market  में अपना रुतबा कायम कर लिया था|

इसके वजह से 6 company  आपस में मिलक एक  wireless Ethernet Compatibility Alliance or WECA  का plan  किया | अब आप समझ ही गए होंगे  WiFi का इतिहास |


WiFi technology  कैसे work करता है ?

आजकल WiFi  का उपयोग हर जगह हो रहा है चाहे वह School  हो, college हो , office हो  या hostel  हो | लेकिन अधिकतर लोगों को यह नहीं पता कि यह technology  काम कैसे करती है | सबसे पहले इस technology  का उपयोग करने के लिए हमें एक electronic devices की आवश्यकता पड़ती है जो कि  आजकल सभी के पास होता है| 

इसे wireless transmitter /Hub / Router  कहते हैं .यह device WiFi Network  को create  करता है| यह wireless Device ,Broadband connection  के द्वारा imformation  को हासिल करता है |

इस information  को Radio Waves में convert  किया जाता है |  यह device  इसे converted waves  को बाहर Emit करता है.इस process  के जरिए एक छोटा सा wireless  signal का area  बन जाता है|  जिसे हम WiFi Zone  भी कहते हैं |

यह छोटा सा area एक WLAN (wireless local area Network)  का रूप ले लेता है | एक छोटे सा  area में अगर devices   जैसे smartphone, laptop,printer  हो तो सभी devices  में in built wire less   Adapter होते हैं| जिनकी मदद से बड़ी आसानी से WiFi signal को प्राप्त किया जा सकता है | यह एक बात ध्यान रखिए यदि कोई mobile phone  WiFi  से connected  है तो समझ जाना उस devices में wireless adapter  है| 

यदि Radio signal strong नहीं है तो Network  की दूरी सीमित ही रहती है ,मतलब कि 10 से 20 मीटर तक इसका range रहता है| 

Radio Waves आसानी से दीवार के दूसरी और जा सकते हैं जिसकी वजह से दूसरे कमरे में भी internet  की सुविधा प्राप्त हो सकती है| हालांकि एक घर के लिए wireless Router काफी होता है | आप जितना ही router के पास  जाओगे उतना ही आपको internet speed  मिलेगी साथ ही signal भी strong  होगा | 

आजकल Market  में कुछ devices होते हैं. जैसे कि mobile ,laptop  और tablet जिनमें wireless Adapter पहले से ही दिया जाता है|  इसी कारण ज्यादातर smartphone  WiFi से internet  की सुविधा प्राप्त करते हैं|  कुछ ऐसे भी है जैसे desktop उनमें wireless adapter  नहीं होता. जिसकी वजह से इन devices के  लिए हमें wireless card  एडेप्ट या adapter खरीदना होता है|  जिसको फिर desktop के के USB  port  में लगाया जाता है | जिसे हम desktop में भी internet access   पा सके |


WiFi के features 

 WiFi में ऐसे 4 Features है  जिसकी वजह से आज यह फेमस है.तो चलिए जानते हैं उन features के बारे में |

  • Efficiency : जब तक कोई technology किसी   भी चीज को करने में सक्षम ना हो तब तक हम उसे Efficient  नहीं बोल सकते | आजकल हर कोई cellular network  का उपयोग करता है. लेकिन आपको यह नहीं पता कि cellular network  का area क्षेत्र ज्यादा होता है | आप जब गाड़ी चलाते हो तब आप internet  को तो use  करते ही होंगे तब आपका internet  अलग-अलग network  से जुड़ता रहता है | इसके वजह से आपके mobile का battery होता जाता है| पर अगर हम WiFi की बात करें तो वह Radio waves का इस्तेमाल करता है |  router  को आप काफी कम दूरी  में use  कर सकते हैं वह भी high speed  के साथ  | इसमें आपके smartphone की battery  भी बहुत कम जाती| 

 

  • Accessibility : जितने भी Network provider company's  है| इससे compare  करें तो WiFi  जितना सस्ता और कोई भी Network  आज के technology  मै  आपको कहीं नहीं मिलेगा| Mobile plan में जो भी Data  रहता है वह कुछ GB  में होता है अगर हम बात करें तो WiFi  आपको 50GB  का plan दे  सकता है या फिर उससे भी ज्यादा | परंतु Sim जैसे Airtel, Reliance jio, Vodafone  जैसे company का जो GB  plan  होता है वह limited  ही रहता है| 

 

  • Speed: WiFi में जो internet की speed होती है| अगर उसका comparison  mobile network  speed  से करें तो WiFi इसमें काफी आगे हैं और बेहतरीन भी | mobile network में अगर आप कुछ mail पढ़ रहे हैं या online books  पढ़ रहे हैं तब तक मोबाइल डाटा का स्पीड ठीक होता है|  परंतु जब आप vedios  या Audio download  करते हैं तब आपको WiFi  जैसी internet  सुविधा चाहिए रहती है| देखा जाए तो WiFi का टक्कर कोई नहीं ले सकता उसकी स्पीड तकरीबन 1 mbps से 100 mbps तक होती है| 

 

  • Cost: आजकल सभी लोग jio 4G का इस्तेमाल कर रहे हैं  इसलिए लोगों को इस के Bill  के बारे में इतना नहीं पता | लेकिन कुछ सालों पहले mobile data  का price इतना होता था  कि लोगों को recharge कराने के लिए 100 बार  सोचना पड़ता था| अब तक आपने जितना भी Data use  किया है अगर उनको calculate  किया जाए तो 1 lakh  जितना तो बिल आना आम बात है | इस WiFi  का  इस्तेमाल सिर्फ आप ही नहीं आपकी पूरी Family भी use कर सकती है इसलिए इस WiFi  का इस्तेमाल hostel, school ,office  वगैरह जगह पर होता है | आप इससे online vedio calling  और voice call  भी कर सकते हैं |  जिससे bill भी बहुत ही कम आता है | इसलिए इसे cost-effective और money saving  भी कहा जाता है |  चलिए अब इसके advantage और disadvantage के बारे में जानते हैं |

WiFi के advantages

  • Convenient: यह technology  बहुत ही Friendly है |आप कोई भी electronic devices जैसे कि smartphone,Tablet और laptop को WiFi  के साथ connect  कर सकते हैं| जब यह devices WiFi के Range  में होगा|
  • Simplicity: इस technology  को इस्तेमाल करने के लिए आपको  WiFi  को on  करना होता है| अगर किसी WiFi  में password  है तो password  डालकर आप internet  का आनंद उठा सकते हैं|

 

  • Mobility: यह technology  आप कहीं भी किसी भी जगह पर internet  को Access करने की अनुमति देता है| जैसे कि Bus, Train,coffee shop,super market  यहां यह Network  ही काम करता है |

 

  • Expandability: इसमें आप एक ही WiFi  Devices  के साथ बहुत सारे दूसरे mobile devices  भी connect  कर सकते हैं जैसे कि एक Router से आप 5 से 6 mobile  को connect  कर सकते हैं|

 

  • Efficiency: जैसे कि आप जानते ही होंगे कि WiFi  को Access  करना कितना आसान है और इसकी range  भी  Fixed  होती है| इसकी speed Mbps  में होती है| जिसके वजह से यह बहुत से कार्यों में भी काम आता है जैसे की File Share  करना vedios, photos  आदि|

 

  • Cost Control: अगर आप पहले से ही बहुत  WiFi users  से connect  है and  आपको एक और mobile device  से connect  करना है तो इसके लिए आपको कुछ करने की आवश्यकता नहीं है ना ही कुछ खर्चा की  इसमें ना ही कोई cables  की जरूरत है |अगर बात करें  Broadband  connection की तो इसमें आपको  cables और Reconfiguration  की आवश्यकता पड़ेगी|

 

  • Standardization: यह सबसे खास technology है| जिससे कि एक Router  दुनिया के सारे countries  में चल सकता है|

WiFi के Disadvantages

  • Performance/स्पीड: वैसे तो आजकल market  में gigabit speed  वाले WiFi  उपलब्ध है | लेकिन अब तो उसमें location में gigabit speed उपलब्ध नहीं होंगे परंतु cables में gigabit speed जरूर उपलब्ध होते हैं|

 

  • Connectivity/Reliability: यह Medium dependent network है |इसका यह अर्थ हुआ कि WiFi signal  किसी भी दीवार के आर पार जाता है| जिससे कि WiFi signal  की strengths  बहुत कम हो जाती है| आपको तो पता ही होगा कि WiFi का Fixed Range होता है|

 

  • Distance: आप एक सीमा तक ही WiFi  को इस्तेमाल कर सकते हैं| अर्थात Fixed location | जितना दूर आप  network से रहोगे उतना ही आपका network slow  चलेगा | जैसे कि 10 मीटर से 20 meter  के अंदर ही आपको रहना चाहिए ताकि आप वापस से internet से connected  रहो|

 

  • Security: आजकल कोई भी WiFi  के जरिए किसी भी system  में घुस सकता है| आपके Data को चुरा भी सकता है. इसलिए यह सबसे बड़ा danger  है इस technology  के लिए |

WiFi 6 क्या है?

WiFi 6 अगले generation का Standard WiFi Technology  है | WiFi 6  को "AX WiFi " या " 802.11ax WiFi " भी कहा जाता है | इसमें उपलब्ध 802.11ac WiFi Standard  को और भी better built किया जाता है| 

WiFi 6 को अभी के समय में सबसे तेज internet कहना गलत बात होगा | यदि आपको WiFi 6 के बारे में जानकारी नहीं है तो चलिए मैं आपको बताती हूं.WiFi 6 को "AX WiFi" और "802.11ax  WiFi के रूप में भी जाना जाता है| 

       WiFi Standard                   WiFi Name

  • 802.11n                            • WiFi 4
  • 802.11ac                          • WiFi 5
  • 802.11ax                          • WiFi 6         

 देखा जाए तो WiFi 6 एक WiFi Router के लिए upgrade update है जो कि सामान्य रूप से WiFi सेवा का upgrade update है  ना कि जो  सामान्य रूप से WiFi सेवा का upgrade है, और   यदि कोई mobile home devices है तो WiFi 6 Router आपके लिए बहुत ही बढ़िया WiFi Router साबित  हो सकता है|


WiFi 6 को  design क्यू किया गया है?

WiFi 6  को design  किया गया था ताकि WiFi  की speed को और भी better किया जाए और उसके efficiency को बढ़ाने के लिए, साथ में congestion को कम करने के लिए heavy bandwidth usage  वाले  scenarios(one way that things may happen in the future)  में |


WiFi 6 कितना fast है?

WiFi 6 या  802.11ax की theoretical speeds करीब 10 Gbps है |यही स्पीड के साथ इसमें बहुत ही कम power का consumption होता है|  इसमें speed इसलिए ज्यादा होता है| ताकि , 2.4 GHz और 5 GHz spectrum bands को एक साथ combine किया जा सके | सबसे पहले 802.11 ac और 802.11 n  में दोनों ही bands  को अलग-अलग काम करने के लिए बोला  जाता है | Mu-MIMO technology को अब uplink data के लिए enable किया जाएगा  downlink data के साथ| WiFi  6 के आने के बाद wireless technology की दुनिया में बहुत ज्यादा improvement  देखने को मिला है | इंटरनेट की दुनिया काफी हद तक बदल चुकी है|

हम आशा करते है,  कि  आपको WiFi 6 कैसे काम करते हैं  समझ में आ गया होगा | यदि आपको इससे संबंधित कुछ समस्या है तो नीचे दिए गए comment section  में comment  कीजिए |


 धन्यवाद bharosewala.com  पर visit करने के लिए |


 

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